Explore the world of love through Hindi poems. These beautiful verses are like connections, showing deep feelings. Dive into the world of love poems in Hindi, where every line speaks from the heart. By reading this poem poetry you will feel good vibes. In this post I will show you 100+ Hindi Poetry on Love
Feel the emotions and connections in these romantic poems and poetry. Each line tells a story of love. Enjoy the magic of romantic poetry in Hindi, where words create wonderful feelings, making your heart and soul happy.
Hindi Poetry On Love – Poem
मैंने तुम्हें पहली बार देखा तो
मैंने अपनी आंखों पर भरोसा नहीं किया,
कोई इतना खूबसूरत क्या बनाता है,
मैंने बार बार ख़ुदा से यही पूछा।
तुम्हारी नीली नीली आंखों ने मुझ पर काला जादू किया था,
मैंने ठीक उसी तरह नहीं हारा था।
जब से इश्क़ हुआ है
मेरे अंदर बहुत सा ज्ञान रह गया है
मैं तुम्हारा नाम लिख कर पढ़ता हूँ।
इस वक़्त चारों ओर आग बरसी है,
मेरी आंखों में नमी में किसी को छुपाने की कोशिश की।
मैं जानता हूँ कि वह बहुत ख़ुद ग़र्ज़ है और
ख़ुद को बचाने के लिए दोबारा वापस आएगी।
मिज़ाज खटे हो गए, जब मतलब साफ हुआ,
दुआएँ क़ुबूल नहीं हुईं, मज़हब बदल गया।
जो कहते थे मेरी तमन्ना कि ख़ुदा तुम हो
कभी बदले उनकी तमन्ना कभी बदली और ख़ुदा बदल गया।
मान लो कि आप से ज़्यादा अज़ीज़ कोई नहीं है,
लेकिन आप शर्त लगाते हैं कि आप वफ़ादार भी नहीं होंगे।
तेरी बेवफ़ाई ने मुझे ठीक कर दिया,
हम यक़ीनन फिर कभी मोहब्बत की बीमारी में मुब्तला नहीं होंगे।
जब से मुझे प्यार हुआ सिर्फ़ तुझ से,
मैंने कोशिश की कि किसी और से मोहब्बत करूँ।
एक तेरा प्यार था और एक मुझे पकड़ा गया,
अब मुझे बचाने की कोशिश भी न करना।
आज हम ख़ंडरात में भटक रहे हैं,
हमें भी दुनिया बसाने की बहुत सी ख़्वाहिशें थीं।
आज भी मुझे तुम से कोई रंजिश नहीं,
कहाँ रह गई मोहब्बत की रवायत?
इस शहर में मरने वाले बहुत हैं,
कौन कहता है कि आबादी ज़्यादा है,
यहाँ होने वाले मज़ालिम के ख़िलाफ़ कोई नहीं बोलता,
सब बाद में बात करते हैं।
मेरे इस नन्हे दिल में जज़्बात बहुत हैं,
नींद नहीं है, आंखों में ख़्वाबों की बारिश है।
न कोई रास्ता है, न मंज़िल, न टांगें, कुछ भी नहीं,
मुझे चलने के लिए तुम्हारा सहारा चाहिए।
दूर होकर भी तुम मेरे बहुत करीब हो, तुम
मेरा रिश्तेदार तो नहीं लेकिन बहुत खास है.
टूटे हुए को छोड़ दो
हमें अब भी उनसे काफी उम्मीदें हैं.
Written By: Pradeep Kumar
Loves Poem In Hindi
तुम ऐसे ही गुज़र जाओ,
मुझ पर मुस्कुरा कर देखो या नहीं देखना।
तुम्हारे आने से पहले भी तुम्हारी आवाज़ महसूस होती है, इतनी मोहब्बत भी कम नहीं।
कोई डिमांड नहीं, मेरे सामने आकर बैठो,
और उन लोगों की तरह बातचीत करो,
और मुस्कुराते हुए मेरा हाल पूछो।
इतनी मोहब्बत भी कम नहीं।
मैं तुम्हें देखूं तो तुम ऐसे ही मुस्कुराते रहो,
मैं इज़हार किए बिना तुमसे प्यार कर जाऊँगा।
इतनी मोहब्बत भी कम नहीं।
मशगूल रहो चाहे किसी भी पार्टी में हो,
मैं तुम्हें देखूं तो तुम्हें सोचूं, तुमसे प्यार करूं,
इतना प्यार कम नहीं है।
मेरे जाने के बाद वह भी चुपचाप से मेरी तरफ देखती है, चाहे
थोड़ी ही सही, लेकिन वह मुझसे प्यार करती है।
इतनी मोहब्बत भी कम नहीं।
वह इस तरह बहुत बोलती है,
पार्टियों में बहुत हंसती है,
लेकिन जब भी वह हमसे आंख मिलाती है,
खुदा की कसम, वह बहुत शर्मा जाती है।
इतनी मोहब्बत भी कम नहीं।
Written By : Adarsh Srivastava
Hindi Poems On Love – प्रेम कविता
जीवन बहुत भारी है, मैं भावनाओं में बह रहा हूँ,
हाँ, मुझे फिर से तुमसे प्यार होने लगा है।
मैंने सोचा था कि जब उसने मेरा दिल तोड़ा तो जीवन रुक जाएगा,
लेकिन तुमने आकर मेरी जीवन लड़ी में उसके टुकड़े जोड़ दिए।
मैंने ख्वाब देखना छोड़ दिया था, अकेला रहने लगा था,
अब मुझे जीवन में तुम मिल गए हैं और मैं तुम्हारे ख्वाबों के समंदर में तैर रहा हूँ।
जीवन बहुत भारी है, मैं भावनाओं से बह रहा हूँ।
मेरे चेहरे की मुस्कान चली गई थी, ग़म निकाल आने लगे थे,
अब मेरी जीवन में सारी ख़ुशियाँ सच्ची हैं।
मोहब्बत शब्दों का खेल है। मुझे ऐसा लगा जैसे सबको बताऊं
कि आज मुझे फिर प्यार हो गया है और मैं तुम्हारे ख्वाबों में रहने लगा हूँ।
जीवन बहुत भारी है, मैं भावनाओं से बह रहा हूँ।
Written By : Shyam Lahoti
Heart Touching Poem in Hindi
सुनो ऐसे, तुम ‘खामोश’ ना रहो,
बस ‘खामोश’ हो जाओ।
जाओ तो दिल उलझ जाता है,
सोचता हूँ क्या ‘परेशान’ हो।
क्या आप कहीं ‘उदास’ हैं…?
तुम ‘बोलते’ अच्छे लगते हो,
‘लड़ते’ अच्छे लगते हो,
कभी ‘शरारत’ से, कभी ‘गुस्से’ में,
तुम अच्छे लगते हो ‘हंसते’,
सुनो, ऐसे ‘खामोश’ मत रहना।
Romantic Poem in Hindi, Hindi Poems on Love
जो मैं तुझसे नहीं कह सका, आज फिर कैसे कहूं,
होंठों पर ही रखा है, तुझे क्या कहूं अपनी भावनाओं?
वह पहली झलक, वह जवानी,
वह झुकती हुई पलकें, वह रुखसारों पर,
तेरी नजर का असर मुझ पर ऐसा था,
मैं हूँ, मैं अब नहीं रहा, तू ही रह गयी।
जो दिल में दब गया,
आज फिर कैसे कहूं, दिल से हुआ है, दिल खुद ही
कसूरवार है, तुझ पर इलज़ाम कैसे डालूं?
जो मैं तुझसे नहीं कह सका, आज फिर कैसे कहूं,
होंठों पर ही रखा है, तुझे क्या कहूं अपनी भावनाओं?
अगर तू इनकार कर भी दे तो
सही समझो मेरा दिल रखना, मैं जो भी कहूं तुझसे, जब
से मुझे तेरा साया मिला है, अब मुझे डरने की कोई बात नहीं,
सिर्फ तेरे साथ रहने की, मेरी उम्मीद तुझसे है।
मेरे दिल में बहुत जज़्बात हैं, कुछ शब्दों में क्या कहूं
जो मैं तुझसे नहीं कह सका, आज फिर कैसे कहूं,
होंठों पर ही रखा है, क्या कहूं तुझे अपने बारे में भावनाएँ।
“अमित धर द्धिवेदी”
Romantic Hindi Poetry – मै उऩ सीढ़ियो से़ भी प्रेम़ क़रता हू
मुझे वो सीढ़ियाँ भी पसंद हैं,
जिन पर चल कर मैं उस से मिलता था,
और वो खिड़की भी,
जिस से मैं उस की उदास नजरों को देखता था।
मुझे आज भी वो अंधेरा प्यारा है,
जिस की रौशनी में मैं उस तक पहुँचने के लिए चली थी।
मुझे हर वो चीज़ पसंद थी,
जो उस के हाथों से छूटी थी –
कभी दीवार पर लगी काजल, कभी आईना,
कपड़े सुखाने की रस्सी या कमरे की चाबी।
और कमरे के सभी खोंटे –
जहाँ हमने अपनी दुआएँ लटकाई थीं।
मुझे आलमारी के वो सभी हैंगर्स पसंद थे,
जिस से सफेद झाग वाले सर्फ की खुशबू आती थी।
मुझे उस के हाथों में वो सभी चीजें पसंद थीं,
जिन्हें उस के तलवों ने छुआ था।
जिस तरह ज़मीन, जैसे यह पूरी दुनिया,
उसी तरह मैंने दुनिया की हर चीज़ से मोहब्बत की –
उसकी मोहब्बत में।
“नवीन रांगियाल”
Love Shayari In Hindi – चाहे कित़ना भी तुम़ म़ना क़रो
तुम इतना इनकार मत करो,
स्वीकार करो कि तुम मेरे हो।
जीवन की जलसा देने वाली धूप में
तुम ठंडी छाया हो।
अगर तुम्हें ऐसे पेपीलोमा मिलते हैं तो
सतर्क रहो!
तुरंत खोज करो!
सभी रिश्तों से मुक्ति,
अगर मिल जाए।
जल्दी आओ,
कहीं देर न हो जाए।
हम और तुम रूह की यात्रा पर खड़े थे।
अब कोई रुकावट नहीं,
चाहे रात ही काली क्यों न हो।
तुम्हारा शरीर
रिश्तों में बढ़ गया है।
मेरी आत्मा हमेशा कई जन्मों तक
मेरी साथ रहेगी।
अब
मुझे इतना भी तड़प मत दिखाना।
तुम मेरी मोहब्बत की
सच्ची जीत हो।
Heartfelt Love Poems – रख़ दो
इन कांपती हुई हाथेलियों पर
कुछ गुलाबी अक्षर रखो,
कुछ गीले नीले शब्द,
जीवन की व्याकरण बहुरी हो जाए,
मैं चाहता हूँ कि
कोई कविता फट जाए,
कोई भावना फट जाए,
कोई ख्याल खुले,
मीठी टहनियाँ फूटने लगें…
मेरी हाथेली की ज़रख़ीज़ ताक़त
सिर्फ़ आप जानते हैं और सिर्फ़ आप ही रंगीन और मतहरक नज़्म
दे सकते हैं।
इस ‘बे ख़ून’ वक़्त में…
वह चाँदी की रग जो तुम
शाम को कमोक के क़दमों में
डालते हो, वह गहरी नीली रग
जो तुम
रात को हाथेली
पर लगाते हो, वह जिसे तुम
सुबह के ख़ाली रुखसारों पर
सजाते हो, मेरे अज़ीज़
, मैं चाहता हूँ कि तुम
रखो। मेरी यह रगें, मैं यह
अपनी हाथेलियों पर छड़क सकता हूँ जब मैं चलचलाती पीली दोपहर में अकेले निकलता हूँ, दुनिया के अंधियों में, मैं तेरी दी हुई रगों को इस कीनौस पर सजाना चाहता हूँ, मैं सब को बताना चाहता हूँ कि कितनी हसीन हैं प्यार है।
Emotional Hindi Verses – चाहे कित़ना भी तुम़ म़ना क़रो
तुम कितना भी इनकार कर दो,
स्वीकार कर लो कि तुम मेरे हो।
जिंदगी की जलसा देने वाली तपिश में,
तुम एक घनी ठंडी छाँव हो।
सभी रिश्तों से आज़ादी,
अगर मिल जाए।
जल्दी आओ,
कहीं देर ना हो जाए।
तुम और मैं रूह की राह पर
खड़े हैं।
अब मत रोको,
चाहे रात ही अंधेरी हो।
आपका शरीर
रिश्तों में बटा हुआ है।
तुम्हारी रूह हमेशा कई जन्मों तक
मेरी रहेगी।
अब
मुझ पर इतना भी तरस न आना।
तुम मेरी मोहब्बत की
सोने की जीत हो।
Hindi Kavita On Prem – प्रेम है़ भावो की पूर्ण़ता
सच्चाई, अनंत, गुण, अनंत
प्यार भावना की पूर्ति है, हर दिन चाँद
अपनी नई रूप में नदी की तरह
बहता है।
इसका अनुभव विभिन्न है, इसकी ताकत
स्थायी है, दिल में अनंत आनंद है,
शरीर सुंदर है, दिमाग सुंदर है, जीवन
सुंदर है और सुगंध सुगंधित है।
मस्तिष्क एक पत्थर में बस गया है
, आंखें मंदिर के रास्ते को देखती हैं, केवल
प्यार से
भरा हुआ दिल ही जानता है कि अलगाव की प्यार की ख्वाहिश क्या है।
प्यार प्राकृतिक से ऊपर है, प्यार दिव्य है,
प्यार आत्मा का उत्साह है,
अना से प्रेरित जन्म लेने वाले प्यार
आत्मा का डूब जाना है।
प्रतीभा रूप।
Soulful Love Poetry – तुम़ बिऩ दिल अ़ब़ कही न लागे
तुम बिना दिल अब कहीं नहीं,
कितना सब्र कर मेरे प्यारे।
मोहब्बत की डोरी रेशम की मानिंद है,
राज़ ना समझो अज़ीज़।
जो दर्द मुझे प्यार में मिला है,
प्यारा है, प्यारा है।
देती है खट्टी मीठी यादें,
प्यार का यह असर, अज़ीज़।
खोकर पाना पाक खोना,
बले राग तकदीर पिये।
याद में तेरी नींद बारसे,
लाग समझते नीर पिये।
तुम मेरे दिल में रहते हो,
मेरे दिल को देखो यह चीर अज़ीज़।
एक मोहब्बत की कहानी लिखो,
बादशाह के हीरो बन जाओ, अज़ीज़।
“Shobha Kiran”
Expressive Hindi Poems- रू़प के ऩज़ारे तेरे नै़ना कारे कारे़
तेरे रूप की चमक तेरी आँखों को अंधेरा कर देती है।
क़ज़ारे नींदों पे दिल हम ही हैं हरे।
वाह रे करे नीना – वाह रे करे।
तेरी नज़र मेरे दिल को छूती है।
एक लम्हे की मुलाकात, और मिलों की रात।
कौन जाने कितने अजनबी घर घर घूम चुके हैं।
वाह रे करे ……………….
तेरी आँख के तीर से मैं भूत बन गया
तेरा तरकश जवान है, तेरी आँखें तेज़ हैं।
सियाह तस्वीरें और शक्लों के बाक्स खोलें।
वाह, वाह, वाह………………
जिसकी आँख मिल जाती है उसके दिन ग़म से भरे होते हैं।
तेरी शक्ल की सोहबत में सुकून नहीं।
तुम हुस्न के जिस्म हो, हम तो बस चश्मे हैं।
वाह रे करे…………………
Written By : Lokesh Indoura
Beautiful Love Shayari – मै तो क़हता हू तु रुक़ जा
तुमसे कहता हूँ कि रुक जाऊं या दिल की धड़कन रुक जाए,
मेरे होंठों पर तुम्हारे लिए दुआ है, मेरी सांसों में तड़प है।
मेरा दिल
मोम से बना है यूँ न कि
जलो मोहब्बत का प्यासा दरिया।
थोड़ा सा करीब आओ,
मोहब्बत की आग बुझ जाएगी जब दोनों जिस्म मिलेंगे।
मैं कहता हूँ
मैं बर्फ की तरह ठंडा हूँ,
मुझे मत उकसाओ, तुम खुद को
कड़वे नीम की तरह
मीठा करो,
जब मैं करूंगा तो हम तुम्हारी आँखों में भीग जाएंगे।
मैं कहूँगा
यह जवानी ढल जाएगी,
थोड़ा अपना ख्याल रखो,
यह मौसम
खुद को थोड़ा बदलेगा,
बारिश सिर्फ़ बादल नहीं, कभी बारिश होती है, लोकेश
अंदोरा कहते हैं।
Written By : Lokesh Indoura
Touching Hindi Verses – प्रेम़ खु़द ही स्वय़ को स़वाऱता है़
मोहब्बत ख़ुद अपना ख़याल रखती है।
वह बाहरी खूबसूरती के ज़रिए
अपनी अंदरूनी ख़ुशी को साबित करने की कोशिश करता है।
मोहब्बत किसी हक़ूक़ का दावा नहीं करती
बल्कि आज़ादी देती है।
मोहब्बत एक लामहदूद पहेली है क्योंकि
इसकी वजह को समझने के लिए
और कुछ नहीं है।
मोहब्बत का तोहफ़ा नहीं दिया जा सकता,
यह स्वीकार होने का इंतज़ार करता है।
Love Poetry Collection – क़ल जब़ मिले थे़
कल मिले तो
दिल में आवाज़ आई
और आज जब मिलते हैं तो कहते हैं ‘तुम्हारा
फ़ाइल नोट’, मैं वही दोहराऊंगा
जो बहुत दिनों से हो रहा है,
अगर तुम मुझसे न मिले तो मैं अपने कंट्रोल में रखूँगा। alt-deleting की ज़िंदगी, शायद मैं अपनी मोहब्बत का इम्तिहान लेना भूल गया, दिल से ऐसा कटा कि लाखों पास्ता करना भूल गए होंगे, कभी मुझे भी उनकी नज़रों में पकड़ लें , कभी मेरे प्यार के आइकॉन पर डबल क्लिक करें , हर सुबह हम प्यास से उन्हें सुबह बख़ैर कहते हैं, वह उन्हें ऐसी नज़रों से देखते हैं जैसे सफ़र ग़लती हो और पाँच तंबीहें ऐसा नहीं है कि मुझे तुम्हारा चेहरा पसंद नहीं, मेरे दिल के गोदाम में जगह नहीं है, जब तुम आए रेशमी गाउन पहन कर घर से निकला तो कितने दिलों का सुरूर बंद हो गया।
Poetry In Love Hindi – प्रेम – प्याऱ का च़क्कर होता ब़ड़ा ख़राब़
प्यार: यह बहुत खराब मामला हो जाता है।
धोखा खाता है तो पीने लगता है।
गर्लफ्रेंड के साथ बिताए हुए पल याद आते हैं।
फास्ट फूड और मीठे फल कितने खिलाए गए?
इतना खर्च करने के बाद भी उसकी गर्लफ्रेंड बदल गई।
अब आशिक के आंसू दिन-रात उसकी आँखों से बहते हैं।
यूं लगता था जैसे अलगाव का गीत गाना शुरू हो गया हो।
मेरे सामने से एक लड़की गुज़र रही थी जिसका नाम प्रेत था।
दर्द भरा गाना सुनो, प्यार फिसल गई
और प्यार का रास्ता फिर मुड़ गया।
Written By : Lokesh Indoura
Poem About Love In Hindi – प्रेमिका़ ने किया़ प्रेमी़ प़र ऐसा़ जादू
गर्लफ्रेंड ने बॉयफ्रेंड पर ऐसा जादू कर दिया।
आंखों और दिल दोनों पर काबू रखा।
काबू पाने से पहले आशिक भटका हुआ था।
अब तुम बिस्तर पर प्यार का मारू।
यह मोहब्बत की मौत है और मोहब्बत के चेहरे की ज़रूरत है।
ख्वाहिश जीवन साथी बनने की थी और बीवी ने बंधन में बंध दिया।
गर्लफ्रेंड शादी से पहले टूट गई।
अब मोहब्बत दोनों का मक़दर बन चुका है।
इन दोनों की क़िस्मत का तायन करने के लिए दरमियान में कौन आया?
बताया जाता है कि यह गर्लफ्रेंड के भाई की धमकी आमिज़ तकरीर से हुआ।
धमकी आमिज़ तकरीर मिलने पर आशिक हिल गया।
डर के मारे उसने अपनी गर्लफ्रेंड से कहा, “मुझ से प्यार मत करो।”
मुझ से प्यार मत करना, बॉयफ्रेंड ने कहा।
और मोहब्बत तुरंत दूर हो गई।
कल वह पिसल गया, आज फिर अपने पैरों पर खड़ा है।
हालांकि कल भी भाई ने मुझे लातें मारी थीं।
लात थी लेकिन आज फिर मोहब्बत जाग उठी है।
आखिर वह डर कर भाग गया तो कहाँ जाएगा?
इसलिए वह भागने की बजाय बिस्तर पर आराम कर रहा है।
वह 108 डिग्री बुखार में मुब्तिला था जो लात का नतीजा था।
यह मोहब्बत का नतीजा है इसलिए बिस्तर पर लेटना ज़रूरी है।
भाई की लात को भूल जाओ, मोहब्बत की मजबूरी छोड़ दो।
मजबूरी महसूस किए बिना गर्लफ्रेंड मैदान छोड़ गई।
आशिक की ज़िंदगी छुपी थी जो मैं Dot Love Me में नहीं देख सकती थी।
मैं हैरान हूँ कि मेरा आशिक मुसीबत में कैसा लगा।
जब आप सही स्वास्थ्य में हो जाएंगे तो क्या आप फिर से पूछेंगे, प्यारे, क्या आप मुझसे प्यार करते हैं?
तुम मुझ से प्यार पूछोगे क्योंकि मोहब्बत लाजवाल है।
शिकास्त इनकार नहीं करेंगे, ख्वाह बिस्तर पर पड़े हों या कमर टूटी हो।
Love Hindi Poetry – तोड के ब़धन तुम सारे
तोड़ दे तेरे सारे बंधन
मुझे तेरा बनने दो।
बंद की गहराइयों से
तेरी मोहब्बत के गीत सुनने के लिए।
यह कई जन्मों का बंधन है,
यह मेरी सास कहती हैं।
जीवित हो जानम बन कर
मेरी जिंदगी में आ।
“© कवि आशीष उपाध्याय”
Poems In Hindi For Love – उसके आ़ने के बाद़़ मैने़ जीना सी़खा है
उसके आने के बाद मैंने जीना सीखा है,
उसकी मोहब्बत में जीना सीखा है,
उसके बिना मेरा कोई नहीं था,
मैंने मोहब्बत का मतलब सिर्फ उसी से सीखा है।
वह मेरी जान के क़रीब महसूस करती है, उसे
मेरी जान लगती है,
उसके बिना मेरा कोई नहीं है, वह
इस सारी दुनिया में
अकेला चाँद लगता है।
मैं उसे अपनी जान कहता हूँ, मैं
उसे अपने दिल की धड़कन कहता हूँ,
वह मेरे लिए मेरी तक़दीर का सितारा है,
मैं उसे अपनी जगह का ख़ुदा कहता हूँ।
मैं जब भी उदास होता हूँ, मैं उसे क़बूल करता हूँ,
मैं उसे हर लम्हा याद करता हूँ, मैं
उसे कभी नहीं भूलता,
मैं उसे अपने दिल के क़रीब रखता हूँ।
Poetry For Lover in Hindi – को़ई दिवाना क़हता है
कोई मुझे पागल कहता है, कोई मुझे पागल समझता है,
लेकिन ज़मीं की बेचैनी को सिर्फ़ बादल समझते हैं,
मैं तुमसे दूर कैसे हूँ, तुम मुझसे दूर कैसे हो, क्या
तुम्हारा दिल यह समझता है, या मेरा दिल यह समझता है?
मोहब्बत जज़्बातों की पाकीज़ा कहानी है
कभी कबीरा दीवानी थी कभी मेरा दीवानी थी
यहाँ सब कहते हैं मेरी आँखों में आंसू हैं
जो समझो तो मोती है ना समझो तो पानी
समुंदर दर्द का समुंदर है मगर रो नहीं सकता,
ये आंसू मोहब्बत का मोती है, उसे खोया नहीं जा सकता,
तुम मेरी मोहब्बत को अपना बना सकते हो, लेकिन सुनो,
जो मेरा नहीं हो सकता, वो तुम्हारा नहीं हो सकता।
कि बादल वहम में बैठा तो हंगामा होता,
हमारे दिल में ख्वाब पर कोई बैठा तो हंगामा होता,
आज तक हम ख़ामोशी से मोहब्बत के सारे क़िस्से सुनते थे
कहानी सुनाने पर अगर बादल हक़ीक़त में बैठ जाए तो हंगामा बरपा हो जाएगा।
Romantic Hindi Kavita – भ़री भ़री सी है ज़िन्द़गी
जीवन भरा हुआ है, मैं भावनाओं के साथ बहने लगा हूँ
और मैं फिर से आपसे प्यार करने लगा हूँ।
सोचा था जीवन रुक जाएगा जब उसने मेरा दिल तोड़ा लेकिन
तुमने मेरी जीवन में आकर उसके टुकड़े जोड़े में
ख्वाबों का पीछा करना छोड़ दिया था मुझे अकेला रहने लगता था
अब जीवन में तुमसे मिलकर समुंदर में डूब गया हूँ तुम्हारे ख्वाबों की, बहन।
जीवन बहुत भरा हुआ है, मैं भावनाओं से बह रहा हूँ।
मेरे चेहरे की मुस्कुराहट ख़त्म हो गई थी, दुख नमूदार होने लगे थे,
मुझे जीवन में तुम मिल गए, अब सारी ख़ुशियाँ सच हैं।
मोहब्बत शब्दों का खेल है। सबको लग रहा था कि
आज मुझे फिर से प्यार हो गया है और मुझे तेरे ख्वाबों में जीने की तरह लग रहा है
, जीवन कितना भरा हुआ है, मैं भावनाओं से बह रहा हूँ।
Poem In Love Hindi – ये अ़हसास कुछ़ अ़लग सा है ..
यह एहसास कुछ अलग है।
प्यार भी नहीं, प्यार भी नहीं।
शायद इसे प्यार कहते हैं।
हमने भी रातों को सोचना शुरू कर दिया है।
अकेले में खुद से बातें करने लगे हैं।
हम नहीं जानते कि प्यार क्या होती है।
लोग कहते हैं कि हम बिना ज़रूरत मुस्कुराने लगे हैं।
कुछ के लिए मैं समय गुज़ारने का ज़रिया हूँ,
किसी के लिए उनकी ज़रूरत,
कुछ के लिए उनकी आदत,
बस एक शख्स,
बदला है ज़िंदगानी का ज़ाविया,
उनके लिए मैं उनकी
प्यार की आख़री तलाश हूँ। प्यार.. प्यार..
मेरे लिए यह सब बेकार है।
मैं सिर्फ बेसुरा ख़्वाहिशों को जानता हूँ,
तेरी प्यार का ज़ायक़ा भी हुआ जैसा है, उसे
छू कर ही गुज़रा है
या महसूस किया है।
मैं क्यों न करूँ मुझे अपने आप पर फ़क़र है। मुझे
एक ऐसे शख़्स ने प्यार किया जिसके हज़ारों चाहने वाले थे।
सुनो…!
बिनारस की कलहार चाय बना दो..
उसे अपने होंटों से छूना है।
“By Diksha Choudhary”
Poetry For Lover In Hindi – उस़के आने के बाद़ मैने जीना सी़खा है
उसके आने के बाद मैंने जीना सीखा है,
उसकी मोहब्बत में जीना सीखा है,
उसके बिना मेरा कोई नहीं था,
मैंने मोहब्बत का मतलब सिर्फ उससे सीखा है।
वह मेरी रूह के करीब महसूस करती है, उसे
मेरी ज़िन्दगी लगती है,
उसके बिना मेरा कोई नहीं है, वह
उस पूरी जगह पर
अकेलोता चाँद लगता है।
मैं उसे अपनी जान कहता हूँ, मैं
उसे अपने दिल की धड़कन कहता हूँ,
मेरे लिए वह मेरी तक़दीर का सितारा है,
मैं उसे अपनी जगह का ख़ुदा कहता हूँ।
मैं जब भी उदास होता हूँ, मैं उसे कबूल करता हूँ,
मैं उसे हर लम्हा याद करता हूँ, मैं
उसे कभी नहीं भूलता,
मैं उसे अपने दिल के करीब रखता हूँ।
जब चांद सा सवेरा होता है सूरज की किरणे निकलती है
जब चाँद की तरह सुबह होती है, जब सूरज की किरनें निकलती हैं,
जब हम उससे मिलने के लिए बेचैन हो जाते हैं,
रात को नींद नहीं आती, सुबह सवेरे उठते हैं,
उससे मिल नहीं पाते, उसे कुछ भी कहो।
फिर पागल लड़की के बगैर जीना धोखा लगता है
और उस पागल लड़की के बगैर मरना भी भारी लगता है।
जब भी हम उससे बात करते हैं तो वह हंस पड़ती है।
उसे पागल कह कर अपनी मोहब्बत के इज़हार का यह अंदाज़ मुझे अच्छा लगता है।
फिर पागल लड़की के बगैर जीना गदर लगता है
और उस पागल लड़की के बगैर मरना भी भारी लगता है।
जब बात नहीं होती तो काम करती है, खाना नहीं खाता,
भूख प्यास नहीं, पानी नहीं पीता।
जब घर वाले मुझसे पूछते हैं कि मैं खाना क्यों नहीं खाती तो
मैं उन्हें कैसे बताऊं कि मुझे अब कुछ भी पसंद नहीं,
तो पागल लड़की के बगैर जीना धोखा लगता है,
और उस पागल लड़की के बगैर मरना भी भारी लगता है।
जब मैं तुमसे उसकी तारीफ करने को कहता हूँ तो वह कहती है तुम अच्छे हो,
मुझे तारीफ समझ नहीं आती, फिर मैं कहती हूँ कि तुम बच्चे हो।
फिर भी उसकी यह छोटी सी तारीफ भी अच्छी लगती है
जब कि पागल लड़की के बगैर जीना धोखा लगता है
और उस पागल लड़की के बगैर मरना भी भारी लगता है।
“By Divesh”
किताब़ से निकाल़ ले जायेगा़ प्रेम़पत्र
गध पुस्तक से प्यार नामक पत्र निकालेगा,
पहाड़ पर नोच डालेगा,
चोर आएगा तो प्यार का पत्र चुराएगा,
ज्वारी प्यार के पत्र पर शर्त लगाएगा,
बाबा आएगा तो मांगेगा, खैरात में प्यार का पत्र,
बारिश आए तो प्यार का पत्र पिघला देगा,
आग आई तो प्यार का पत्र जला देगा,
प्यार का पत्र मुख्य दिशाओं में उपयोग किया जाए तो
साँप आएगा। अगर झगड़ा
आए तो प्यार का
कीड़ा चाट लेगा, सिर्फ प्यार का पत्र काट लेगा।
कयामत के दिनों में सप्तर्षि मछली और मनु
सारे वेदों को बचाएंगे प्यार का पत्र को कोई नहीं बचाएगा, कोई रोम को बचाएगा
बचाएगा,
कोई मदीना बचाएगा,
कोई चांदी बचाएगा, कोई सोना बचाएगा,
मैं अकेला हूँ, तेरा पत्र प्यार कैसे बचाऊँ?
बद्री नारायण
यू जिन्द़गी के ख्वाब़ दिखा ग़या कोई
किसी ने ज़िंदगी के ख़्वाब दिखाए,
कोई मुस्कुराहट से तेरा हो गया।
किसी ने तेज़ हवाओं को थाम लिया,
किसी ने चाँद सोने के आने के बाद कोयल का गीत सुना।
किसी ने तेरे प्यार के झोंके से ग़म को मिटा दिया,
मीठे ख़्वाब कोई हो गया तेरा, किसी ने
ख़ाक आलूद किताब के पन्नों को पलटाया, किसी ने
सूखा गुलाब याद दिलाया, किसी ने
ज़िंदगी में एक बार फिर मोहब्बत की बारिश की, किसी ने
बे-आवाज़ दिल में जगह बनाई, किसी ने
फिर मुझे जगह दी, किसी ने सिखाया जीने का मक़सद कोई
मेरा बन गया बिना चोट के।
ते़रे लिबास़ से मोह़ब्बत की है
तेरे कपड़ों से प्यार किया है,
तेरे एहसास से प्यार किया है,
तू मेरे साथ नहीं है, फिर भी,
मुझे तेरी याद से प्यार है,
कभी कभी तो भी मुझे याद आया होगा,
मैंने वह लम्हे प्यार किए होंगे। मुझे वह शब्द पसंद हैं
जिनमें सिर्फ तुम्हारी और मेरी बातें हों। जिससे तेरे प्यार की खुशबू आती है, मैंने उसी जज्बे से मोहब्बत की है। तुमसे मिलना अब ख्वाब सा लगता है, इसी लिए तुम्हारा इंतजार करना अच्छा लगा है!
Romantic Hindi Poems For Love – सोच़ता हू
“सोचता हूँ,
कुछ लिखूँ!
तुम्हारे लिए!
फिर मैं
यह सोच कर रुक जाता हूँ कि तुम मुझे
अकेले कैसे याद करोगे?
फिर यह है,
मैं सिर्फ यह कहता हूँ कि मैं महसूस करता हूँ,
अकेले – अकेले,
और मुस्कान,
बिल्कुल तुम्हारे जैसे।
बिल्कुल उसी तरह जैसे तुम अकेले में मुझे सोच कर
मुस्कुराएँगे”
© कवि आशीष उपाध्याय “एकाकी”
Love Kavita Hindi – मै ते़रा साया हू
मैं तेरा साया हूँ,
मैं वह वक्त नहीं जो बदल सके,
मैं वह शाम हूँ जो हर रोज़ लौट आती है,
अब मैं तेरे दिल में दर्द हूँ,
हर बार तुम मेरे बारे में सोचोगे, मैं बढ़ता रहूँगा, नहीं मुझे आम आदमी बना दे मैं
तेरी महफ़िल में
राज़ बन जाऊँगा मुझे तेरे दिल में दफ़न होने दो
खुद को तनहा न समझो इस जगह में
तुम्हारा साया हूँ कोई बादल नहीं जो बरस कर लौट आए।
मेरे दिल़ की चाह़त
मेरे दिल की आरज़ू,
तुम कल भी थी और आज भी हो,
मेरी ज़रूरत,
तुम कल भी मौजूद थे और आज भी हो,
तुमने मुझे मेरी आदत बहुत पहले
भुला दी, तुम कल भी मौजूद थे और आज भी यहाँ हो,
पता नहीं तुम मुझसे कितनी मोहब्बत करते हो, मैंने तुमसे मोहब्बत की थी, मेरी इबादत की थी, तुम कल भी मौजूद थे और आज भी यहाँ हो,
तुम बेख़बर होकर भी यह मेरी क़िस्मत है, तुम कल भी वहाँ थे और तुम वहीं हो आज भी।
झु़की आँखे औ़र ह़ल्की मुस्का़न
आंखें नरम और मुस्कुराहट
चमक रही हैं, आंखें
छुपके से शहद हैं, होंठों पर गुलाब की मोहकता है,
जब मैंने तुम्हें छुपके से देखा,
दिल की तेज़ धड़कनों पर मेरा ध्यान नहीं था,
मुझे दूसरी तरफ देखना पड़ा। सुनहरे ताले,
अफ़वाह! यह आपका अंदाज़ था या कुछ ही दूरी पर
हुस्न-ए-शाम की क़ब्र थी, हो सकता है वह सफेद शलवार में ओढ़े, हाथों से बालों को कानों तक हटाए, चिराग़ के सामने मुस्कुराती हुई खड़ी थी, लेकिन जवानी में, बाल फिर से गिरने चाहिए, मैं कहना चाहता था लेकिन मैं रुक गया, उसने ख़ामोशी से मुझे तकलीफ़ दी।
तुम साथ होते हो
जब आप साथ होते हैं
तो बुरा समय भी
आसानी से गुज़र जाता है, जब
आप साथ होते हैं
तो ख़ौफ़ आपको नहीं डराता, जब
आप साथ होते हैं तो आप में
हर मुश्किल से लड़ने का
हौसला पैदा होता है,
अगर आप साथ होते हैं तो
आपका आत्मविश्वास दोगुना हो जाता है,
यह वाकई है। बहुत क्रियात्मक। जब
आप मेरे
साथ होते हैं तो
मुझे नहीं मालूम कि मैं क्या
गुज़रती हूँ।
मु़झे तुम़से इश्क़ हो़ गया
मुझे तुमसे प्यार हो गया है,
मुझे ख़ुदा की तरफ़ से रहमत मिली है, तुम
मेरे लिए बहुत अहम हो, मैं
तुम्हारी मोहब्बत से मुतासिर हुआ हूँ,
मुझे तुमसे मोहब्बत हो गई है,
कभी मैं हाँ कहता हूँ, कभी मैं
अपने मन की सुनता हूँ, कभी कभी मैं अपने दिल की सुनता हूँ,
बस तुम से ही पता चलता हूँ, मुझे मोहब्बत कब हुई,
कैसे हुई, बस, हाँ,
मुझे तुमसे मोहब्बत हो गई, मैं तुम्हारे ख़यालों में रहता हूँ,
मैं तुम्हारे बारे में खुद से बात करता हूँ, मैं तुम्हें मुस्कुराता
हूँ
सिर्फ़ तेरे नाम से, तुझे ख़बर तक नहीं, और मैं तुम से बेपनाह मोहब्बत करता हूँ,
अल्लाह ने मुझे तुम से नवाज़ा है,
तुम मेरी नेमत हो, मुझे
तुम से मोहब्बत हो गई है,
मुझे तुम से मोहब्बत हो गई है, आप के साथ
– अंजली महातो
मु़झे अज़नबी से प्यार हो़ ग़या
मुझे एक अजनबी से प्यार हो गया है
हाँ मुझे एक अजनबी से प्यार हो गया है।
जिसके बारे में मैं कल तक अनजान था वही
मेरा सब कुछ बन गया
हाँ मुझे किसी अजनबी से प्यार हो गया है।
तुम्हारे बारे में कुछ तो है
जो मुझे अपनी तरफ मुख्य करने लगा,
तुम्हारी अच्छाइयाँ और बुराईयाँ
सब मुझे पसंद करने लगीं,
हाँ मुझे एक अजनबी से प्यार हो गया है।
वह कहती थी वह कभी किसी से प्यार नहीं करेगी
मैंने उसे फिर से प्यार करना सिखाया मैंने
उसका दिल मुस्कुराना सिखाया
हाँ मुझे एक अजनबी से प्यार हो गया है।
छुप़ -छुप क़र प्यार नही होता !
छुप छुप कर प्यार नहीं होता!
साँसों का
खुला आदान-प्रदान नहीं होता।
यह भी सच है
प्यार छुप छुप कर नहीं होता!
फूल कांटों में हंसते हैं,
बहादुर मुसीबत में उठते हैं,
आंसू खुशी में नृत्य करते हैं,
मुकाबले का एक भी खिलवार नहीं होता।
यह भी सच है
प्यार छुप छुप कर नहीं होता!
एक ही मन
आईने में झलकता है, दिल की हर धड़कन में
दिल अपनी तड़प में रोता है-
इसका अभिव्यक्ति एक साथ नहीं होता।
यह भी सच है
प्यार छुप छुप कर नहीं होता!
हर दिल में प्यार और मोहब्बत हो,
हर बादशाह की यह इबादत हो,
सिर्फ मोजों का करम हो,
लेकिन दरिया पार नहीं हो सकता।
यह भी सच है
प्यार छुप छुप कर नहीं होता।
रोमैंटिक कविता हिंदी में – वो दिऩ़ भी आये़गा
वह दिन भी आएगा जब तुम
मेरे इंतजार में खड़े होंगे, आंखें बार-बार सड़क को देख रही होंगी, घड़ी के हाथ अटके हुए लगेंगे, दिल की धड़कन बढ़ रही होगी, चेहरे पर पसीना आ जाएगा। माथे पर शिकनें पड़ जाएंगी, तुम्हें एहसास होने लगेगा कि मैं तुम्हारा इंतजार करते हुए किस हाल में था, यह सच है कि किसी की मोहब्बत मिलने की उम्मीद ऐसी होती है जो सिर्फ किसी को महसूस होती है।
इश्क, दो़स्ती, म़तलब़ दे़खा…
मैंने प्यार देखा, दोस्ती देखी, मतलब…
इस दौर में हमने बहुत कुछ देखा… मैंने
लोग देखे, मैंने लोगों के तरीके देखे… मैंने
हर एक के बदले हुए रंग देखे… यहाँ मैंने
जख्म देखा, कहीं बाम देखा, कहीं दर्द देखा,
यहाँ अपने ही लोगों के हाथ में खंजर देखा,
कभी रात देखी, कभी दिन,
कहीं पत्थर का दिल देखा, कहीं दिल पर पत्थर देखा,
कभी हकीकत देखी। मैंने तब्दीली देखी…
यहाँ मैंने हर चेहरे पर दोहरा नकाब देखा… मैंने
ख्वाहिश देखी, जिस्म, फिर ख़िआनत…
यहाँ मैंने मोहब्बत के नाम पर सिर्फ मोका देखा…
सिर्फ यह देखना बाक़ी था जब तक ज़िंदा था, इंशा…
और मैं उसे भी किसी और का बनते देखा।
~ अंश
38. मिल़ते अग़र हम तो क्या एहसास हो़ता
मिलते तो क्या महसूस होता,
धड़कते दिल में क्या जज्बात होते,
बहते आंखों से आंसू, या मुस्कुराते होंट,
या दोनों का संगम, हम एक साथ महसूस करते,
बहुत सी बातें करते, या चलते फिरते खामोशी और मुस्कुराते हुए
एकट्ठे, और
फिर हम रुक जाते, हाथ जोड़ कर, किसी बहाने से,
सिर्फ आंखों में देखने के लिए, वह मोहब्बत छलकती,
कहीं बैठ जाती, तुम्हें सीने से लगा लेती, उसे
एक पल के लिए रुकने दो, यह है सोच,
मिल जाते तो क्या अहसास होता,
धड़कते दिल में क्या अहसासात होते।
बेशक़ गलती सिर्फ तेरी ऩ़हीं
यक़ीनन, ग़ुसूर सिर्फ़ तुम्हारा नहीं
मेरा भी है।
ख़ामोश रातों में तुम्हारी आँखें भीग गई होंगी
यक़ीन है
तुम्हें भी दर्द हुआ होगा गीली पलकों से
तुम ने भी गुज़रे लम्हे याद किए होंगे
यक़ीनन ग़ुसूर सिर्फ़ तुम्हारा ही नहीं
होगा मेरा भी।
रात की वो शरारतें
जिन की वजह से अक्सर मेरी नींदें उड़ जाती हैं,
यक़ीनन आपको भी याद होगा
कि तेरी मोहब्बत से अक्सर मेरी आँखें भीग जाती थीं, यह
बुरी बात नहीं
, ग़ुसूर तो आप का ही नहीं,
मेरा भी है। .
तू भी उस लम्हे रात के जुनून में अकेले भीग जाएगा
जब तुझे मेरी सबसे ज़्यादा ज़रूरत होगी
यक़ीनन ग़ुसूर सिर्फ़
तेरा ही नहीं मेरा भी होगा।
ते़री आँखों मे़ दे़खा तो हऱ ख़ु़शी दिख़ ग़यी
मैंने तेरी आँखों में देखा तो सारी खुशियाँ नजर आईं,
मैं हैरान हूँ कि तेरी आँखों में ऐसा क्या था जिसने मुझे खुला दिया, मैं
कुछ अजीब सा महसूस कर रहा था, मैं
कुछ अलग ही महसूस कर रहा था, मेरे चेहरे पर कुछ चमक थी, मैं
सोच रहा था कि क्या किसी को बताऊँ मगर क्या बताऊँ, पता नहीं
वह एहसास क्या था, बहुत कोशिश कर के भी रात को सो नहीं सका, सवालों में घिरा, हल न मिल सका उलझनों में, मैं जहाँ भी था तेरी आँखें ढूंढ रहा था, पहले तुझे ही मांग रहा था, लेकिन मुझे खबर ही नहीं थी कि तुम मुझे देख रहे हो, मेरे दिल की धड़कन शिद्दत से बढ़ गई, जब मेरी आँख तुमसे टकराई तो मैं डॉन पीट नहीं जाने क्या हुआ, हम दोनों भटक गए, मैं पूरे दिल से बदल गया, मैं मुकम्मल हो गया, तुम मेरी दुनिया बन गए, मेरे वो अल्फाज़ हमारी आदत बन गए, हम दोनों और हमारी कम्पनी सबसे प्यारी थी, वो पहली नज़र, वो मेरी पहली मोहब्बत थी।
– मनीषा सुल्तानिया
क़भी दो़ हमे़ भी़ य़ह मौका़
कभी यह मौका तो दे मुझे
तेरे सामने सजदे में झुकूंगा,
हाथों में हाथ ले लूंगा,
प्यार की चूड़ियाँ पहनूंगा,
कभी यह मौका दे दो
हमें कभी यह मौका दो,
अपने बालों के साए में रहने का,
कानों में सरगोशी करने का,
यह मौका हमें दो कभी,
कभी यह मौका हमें दे,
हमारे होंटों से मिलने का,
तेरी बाहों में सो जाने का,
रातों को तेरे ख्वाबों में जीने का,
कभी यह मौका हमें दे,
कभी हमें यह मौका दो, शाम के इहसासात को महसूस करने का,
गहरे जजबातों में डूब जाने का,
कभी यह मौका हमें दो।
कभी यह मौका हमें दे,
मेरा दिल तुझे शायरी में दे दे,
ग़ज़लों में तेरे गीत गुनगुनाए,
शायरी की ज़िंदगी में तुझे शामिल करने का,
कभी यह मौका हमें भी दे,
कभी हमें यह मौका दो
ज़िंदगी की तकमील का,
दुल्हन बनकर तेरे घर आने का,
शादी के दिन हम से अपनी मोहब्बत का इज़हार करने का,
कभी यह मौका हमें दो।
कभी यह मौका हमें दे,
सुबह जब आँख खुले तो तुझे देखने का, तेरे
बदन को मेरी बाहों में सिलगता हुआ देखने का, कभी यह मौका तो दे
कि मैं तेरे सीने के सामने मेरा मुंह भरूं,
कभी यह मौका हमें दे,
खुद को जाने दे,
तेरी मोहब्बत को देखूँ। ,
कभी कभी हमें भी दे यह मौका
-गौरव
मु़झे अ़पने ह़र द़र्द का़ हम़द़र्द ब़ना लो
मुझे अपने हर दर्द का हमदर्द बना,
दिल में नहीं तो अपने ख्यालों में बिठा ले,
ख्वाबों में नहीं तो अपनी आँखें बना ले,
मुझे अपना एक सच्चा एहसास बना ले।
मुझे इस तरह अपना ले
के मेरा दिल धड़कने लगे,
मुझे सारी दुनिया से इस तरह छुपा ले
के मुझे तेरा राज बना दे।
मुझ से इतना प्यार कर,
मुझे अपनी हर ख्वाहिश का मक़सद बना,
मुझे अपने बालों से इस तरह ढंक ले
के मैं मुझे अपनी दुनिया बना दूँ।
तुम फूल बनो, मुझे भन्नवर बना,
तुम चाँदनी बनो, मुझे चाँद बना,
मेरे हाथ में इस तरह रख
के मुझे अपनी ज़िंदगी का साथी बना।
– नरेंद्र वर्मा
मुझे अ़पनी जान ब़ना लो
मुझे अपनी ज़िंदगी बना, मुझे
अपना एहसास बना, आज मुझे
गले लगा
, मुझे अपनी रात बना, आज मुझे अपना कलाम बना,
मुझे अपने दिल की आवाज़ बना, मुझे
अपनी आँखों में बसा,
मुझे अपना ख्वाब बना। मुझे छुपा ले,
उसे सारी दुनिया से अपना गहरा राज़ बना ले
, आज ही मेरी मोहब्बत बन जा
और मुझे अपना प्यार बना ले
Conclusion:
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